अगर दिल किसी का दुखाया न होता भजन लिरिक्स हिंदी में। सत्संगी चेतावनी भजन
Agar Dil Kisi Ka Dukhaya Na Hota Hindi Lyrics
पहले तो सोचा नही तू करता रहा बद-कामये भी तूने जाना नही तेरा क्या होगा अंजामअब दुख विपदा को देख कर, क्यो होता हैरानये तो बंदे है तेरे बद-करमो का परिणाम
[अगर दिल किसी का दुखाया ना होता] x४
तो सदमों का तीर दिल पे
सदमों का तीर दिल पे ये खाया ना होता,
सदमों का तीर दिल पे ये खाया ना होता,
अगर दिल किसी का दुखाया ना होता
अगर दिल किसी का
तेरी जिंदगी में ना होता अँधेरा,
तेरी जिंदगी में ना होता अँधेरा,
दीया दूसरों का,
दीया दूसरों का जो बुझाया ना होता,
दीया दूसरों का जो बुझाया ना होता,
अगर दिल किसी का दुखाया ना होता
अगर दिल किसी का
ना होता ज़माने में कभी घर से बेघर,
ना होता ज़माने में कभी घर से बेघर,
जो घर दूसरों का
जो घर दूसरों का जलाया ना होता,
जो घर दूसरों का जलाया ना होता,
अगर दिल किसी का दुखाया ना होता
अगर दिल किसी का
अगर तू न हसता दुसरो के दुःख पर,
अगर तू न हसता दुसरो के दुःख पर,
तो हरि ने तुझे यूँ
हरि ने तुझे यूँ रुलाया ना होता,
हरि ने तुझे यूँ रुलाया ना होता,
अगर दिल किसी का दुखाया ना होता
अगर दिल किसी का
अगर प्यारे तू प्रेम करता सभी से,
अगर प्यारे तू प्रेम करता सभी से,
तो जमाने में
ज़माने में कोई पराया ना होता,
ज़माने में कोई पराया ना होता,
अगर दिल किसी का दुखाया ना होता
अगर दिल किसी का
अगर दिल किसी का दुखाया ना होता,
अगर दील किसी का दुखाया ना होता,
सदमों का तीर दिल पे
सदमों का तीर दिल पे ये खाया ना होता,
[अगर दिल किसी का दुखाया ना होता]x५
अगर दिल किसी का
न