दिन के उजालों में
मेरी यादें सज़ा लेना
रातों के अंधेरों में
तुम चाँद जला देना।
मेरे मोहब्बत हो जिनमें
वो आँखें रहे ना नम
जब भी मेरी याद आए तो
मुस्कुरा लेना तुम।
जब भी मेरी याद आए तो
मुस्कुरा लेना तुम
जब भी मेरी याद आए तो
मुस्कुरा लेना तुम।
जब सावन की बारिश हो तो
बाँहें खोल के रखना
आए खिड़की से हवा
महसूस मुझे तुम करना।
जब सावन की बारिश हो तो
बाँहें खोल के रखना
आए खिड़की से हवा
महसूस मुझे तुम करना।
यादें बनाओ तुम इतनी
यादें बनाओ तुम इतनी
मेरी यादें पड़े ना कम।
जब भी मेरी याद आए तो
मुस्कुरा लेना तुम
जब भी मेरी याद आए तो
मुस्कुरा लेना तुम।