सारा दिन तेरे ही किससे दिल सुनाए यार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
ज़िंदगी से क्या मैं चाहूं तू है मेरे पास
साथ तेरे धूप भी यह जैसे है बरसात
ख्वाब देखा है आँखों ने आज पहली बार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
मैने लिख दी धड़कानों पे दास्तान अपनी
अब से मेरा जीना मारना है तुम्ही से ही
यह नही हम जानते है ज़िंदगी कितनी
जो भी है हुमको वो तेरे साथ है लिखनी
सिर्फ़ तुझपे मैं हूँ क़ुरबान अब हज़ारों बार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
ख्वाब देखा है आँखों ने आज पहली बार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
क्या भरोसा ज़िंदगी का कब चली जाए
कब सफ़र में चलते चलते शाम आ जाए
इक जानम क्या सौ जानम भी साथ हो अपना
पास मेरे रहना बस तुम हम जहाँ जाए
दो कदम या फिर चले हम चाँद के उस पार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
ख्वाब देखा है आँखों ने आज पहली बार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार
प्यार से भी ज़्यादा तुमसे हो गया है प्यार