Aaye Tere Bhawan Lyrics Sonu Nigam & Anuradaha. आये तेरे भवन is a Bhakti Song labled by T-Series Bhakti Sagar.
Aaye Tere Bhawan Lyrics in Hindi
हो आये तेरे भवन…
दे दे अपनी शरण…
हो आये तेरे भवन
दे दे अपनी शरण
रहे तुझ में मगन
थाम kar ye चरण
तन-मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता.. जलती रहे
दे दे अपनी शरण…
हो आये तेरे भवन
दे दे अपनी शरण
रहे तुझ में मगन
थाम kar ye चरण
तन-मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता.. जलती रहे
तन-मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता.. जलती रहे
हे माता.. जलती रहे
हो आये तेरे भवन
दे दे अपनी शरण
रहे तुझ में मगन
थाम kar ye चरण
तन-मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता.. जलती रहे
दे दे अपनी शरण
रहे तुझ में मगन
थाम kar ye चरण
तन-मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता.. जलती रहे
तन-मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता.. जलती रहे…
हे माता.. जलती रहे…
उत्सव मनाये,
नाचे गाये,
उत्सव मनाये
नाचे गाये
चलो मैया के दर जाएँ
जय माता दी
(जय माता दी)
जोर से बोलो
(जय माता दी)
जोर से बोलो
(जय माता दी)
चारो दिशाए चार खम्बे बनी है
मंडप pe आसमा की चारद तानी है
सूरज भी किरणों की माला ले आया
कुदरत ने धरती का आँगन सजाया
मंडप pe आसमा की चारद तानी है
सूरज भी किरणों की माला ले आया
कुदरत ने धरती का आँगन सजाया
करके तेरे दर्शन,
झूमे धरती Gagan
सन नन नन गाये पवन
सभी तुझ में मगन
तन मन में भक्ति ज्योति तेरी
हे माता जलती रहे
हो.. तन मन में भक्ति-ज्योति
तेरी हे माता जलती रहे
फूलों ने रंगों से,
रंगोली सजाई
फूलों ने रंगों से,
रंगोली सजाई
सारी धरती यह महकायी
जय माता दी
(जय माता दी)
जोर से बोलो
(जय माता दी)
जोर से बोलो
(जय माता दी)
चरणों में बहती है गंगा की धरा
आरती का दीप लगे हर एक सितारा
पुरवैया देखो चवर कैसे झुलाए
ऋतुएँ भी माता का झुला-झुलायें
पा के भक्ति का धन,
हुआ पावन यह मन
कर के तेरा सुमिरन
खुले अंतर-नयन
तन-मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता जलती रहे
तन मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता जलती रहे
हो आये तेरे भवन,
दे दे अपनी शरण,
रहे तुझ में मगन
थाम के यह चरण
तन मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता जलती रहे
हो.. तन-मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता जलती रहे..
दे दे अपनी शरण,
रहे तुझ में मगन
थाम के यह चरण
तन मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता जलती रहे
हो.. तन-मन में भक्ति-ज्योति तेरी
हे माता जलती रहे..