माँ का पलरा भारी है भजन हिंदी में

माँ का पलड़ा भारी है भजन – Natwar Jhintra Maa Ka Palra Bhari Hai Bhajan. Music by Narendra Singh Chouhan & Mukesh Chodhary. Lyrics by Natwer Jhintra himself while song is labeled by PRG Music and Films Studio and video is taken from the RDC Rajasthani on Youtube, Subscribe this channel for more Rajastani Songs.

Maa Ka Palda Bhaari Hai Hindi Lyrics

एक तरफ देवों को रख दो
संग में दुनिया सारी है
एक तरफ देवों को रख दो
संग में दुनिया सारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
एक तरफ देवों को रख दो
संग में दुनिया सारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
जिसको न देखा नज़रों ने
निसदिन उनको हम जपते हैं
माँ का आँचल आँखों देखा
जिसमे हम सब पलते हैं
जिसको न देखा नज़रों ने
निसदिन उनको हम जपते हैं
माँ का आँचल आँखों देखा
जिसमे हम सब पलते हैं
माँ की गोदी रामरतन है
सारी दुनिया तारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
एक तरफ देवों को रख दो
संग में दुनिया सारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
शीतलता में चाँद कहूं पर
उसमें भी इक दाग है
चैन की घोदी, माँ की लोरी
सुनना मोटा भाग्य है
शीतलता में चाँद कहूं पर
उसमें भी इक दाग है
चैन की घोदी, माँ की लोरी
सुनना मोटा भाग्य है
इसी छाया के भूखे हमसब
इसी छाया के भूखे हमसब
माँ प्रभु की अस्वारिये
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
एक तरफ देवों को रख दो
संग में दुनिया सारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
 सूरज भी न कहना चाहूँ
क्युकी उसमें आग है
जीने की तूने राह दिखाई
ये उज्जवल प्रकाश है
सूरज भी न कहना चाहूँ
क्युकी उसमें आग है
जीने की तूने राह दिखाई
ये उज्जवल प्रकाश है
हर विपदा संग शक्ति बनकर
हर विपदा संग शक्ति बनकर
तूने दृष्टि दारी डारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
एक तरफ देवों को रख दो
संग में दुनिया सारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
सागर की उपमा क्या देउँ
उसका जल भी खारा है
तेरे आसन का अमृत माँ
गंगा से भी प्यारा है
सागर की उपमा क्या देउँ
उसका जल भी खारा है
तेरे आसन का अमृत माँ
गंगा से भी प्यारा है
देव – मुनि – संत जन्मे तुझसे
देव – मुनि – संत जन्मे तुझसे
और जन्मा बर्ह्मचर्य है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
एक तरफ देवों को रख दो
संग में दुनिया सारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
सोने की लंका भी फीकी
प्रभु राम ने बोला था
माँ तब भी महान बनी थी
जब त्रिदेवों को तोला था
सोने की लंका भी फीकी
प्रभु राम ने बोला था
माँ तब भी महान बनी थी
जब त्रिदेवों को तोला था
भारत वाली जन्मभूमि हाँ
भारत वाली मातृभूमि हाँ
 लगाती सबको प्यारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
एक तरफ देवों को रख दो
संग में दुनिया सारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
देव जपे तीरथ करे
मानस घर सब धाम रे
कोटि तीरथ अंगन बसे
जब माँ ने देवो मान रे
देव जपे तीरथ करे
मानस घर सब धाम रे
कोटि तीरथ अंगन बसे
जब माँ ने देवो मान रे
माँ बिन नटवर नाम नहीं
माँ बिन मंगल गुण गावे
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है
एक तरफ देवों को रख दो
संग में दुनिया सारी है
ब्रह्मा तराजू के पलड़े में
माँ का पलड़ा भारी है
माँ का पलड़ा भारी है