भोड़ही से रहिया निहारी ए आदितमल कहांवा लगवनी एतना देर भोड़ही से रहिया निहारी ए आदितमल कहांवा लगवनी एतना देर…
कल्पेली भिजल तिवईया हो उगी हे दीनानाथ कल्पेली भिजल तिवईया हो उगी हे दीनानाथ कटलो से कटे ना समईया हो…
काॅच ही बांस के बहंगिया.. बहंगी लचकत जाए बाट से पूछेला बटोहिया.. बहंगी केकरा के जाए तू त आन्हर हवे…