(दुनो बेर काटा तानि सबजी)
आइला कोरोना सारे मुह तू दाबा के,
राख देले बडा मेहर मौगा बना के…
(अरे गाना गाइबा की कामों करबा)
आइला कोरोना सारे मुह तू दाबा के
राख देले बडा मेहर मौगा बना के..
(सटॉप…)
दादा लॉकडाउन खुली अब कब जी,
अरे कब जी… अरे कब जी…
(अरे कबो ना जी..)
हमार मउगी खेलत बिया पबजी..
हम ता दुनू बेर काटा तानि सबजी
(ता करबा?)
हमार मउगी खेलत बिया पबजी
हम ता दुनू बेरा काटा तानि सबजी…
(ऐ देखा हउ लुगा धईल बा आदमी खानी फीच दा
ना ता पुलिस के फोन कइके कही देब
की हमार भतार 4 दिन से खोखता)
(अरे ना हो! जा तानी जा तानी
हा ठीक बा..जल्दी जा)
घरवा मे सुती उ ता करतिया ऐश हो
फुकि-फुकी चुल्हा हमार निकलता गैस हो…
(अरे घर में मत छोड़ा
प्रदुषण हो जाई)
घरवा मे सुती उ ता करतिया ऐश हो..
फुकि फुकी चुल्हा हमार निकलता गैस हो…
झाड़ू लगाई फिर पोछा लगाई
आपन दरद केतना ले बताई
(हा ता बईठ के हुरबा)
कवन दिन तू देवखला ऐ रब जी
अरे रब जी..अरे रब जी
हमार मउगी खेलत बिया पबजी..
हम ता दुनू बेर काटा तानि सबजी,
हमार मउगी खेलत बिया पबजी…
हम ता दुनू बेर काटा तानि सबजी…
(आ सुना ..आलु बइगन काट के निक से
सबजी भी बना लिहा)
माजी-माजी बर्तन दरद करता कलाई..
ओ हो हो
अबो से कोरोना सरऊ लेला तू बिदाई..
(सार-साढू मत करा
चुप चाप काम करा
ई जाये वाला नइखे)
माजी माजी बर्तन दरद करता कलाई
(अच्छा)
अबो से कोरोना सरऊ लेला तू बिदाई
रहे खेसारी के हीरो में बड़ा नाम हो
सोनू सुधाकर साथे भइले गुलाम हो
सब रोवे घर में बैठी ढब ढब जी
अरे ढब जी..अरे ढब जी
(अले मेला बच्चा)
हमार मउगी खेलत बिया पबजी..
हम ता दुनू बेरा काटा तानि सबजी..
हमार मउगी, खेलत बिया पबजी..
हम ता दुनू बेरा काटा तानि सबजी..
हु..